👉 “Naabhi Sarakna (Navel Dislocation): एक भूला-बिसरा रोग और उसका आयुर्वेदिक देसी इलाज”
Naabhi Sarakna: एक भूला-बिसरा रोग और उसका देसी इलाज
Meta Description: जानिए नाभि सरकने (Dislocated Navel) के दुर्लभ लक्षण, कारण और उसके देसी इलाज। ये पुरानी लोक चिकित्सा का हिस्सा है, जिसमें बिना दवा के जड़ी-बूटियों और हाथों की सहायता से इलाज होता है।
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🔍 नाभि सरकना क्या होता है?
नाभि सरकना (Navel Displacement) एक ऐसा शारीरिक असंतुलन है जिसे आधुनिक चिकित्सा में बहुत गंभीरता से नहीं लिया जाता, लेकिन देसी परंपरा में इसे पेट और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं की जड़ माना गया है।
इस स्थिति में नाभि अपनी मूल स्थिति से थोड़ा इधर-उधर खिसक जाती है, जिससे पेट में गैस, दर्द, भूख कम लगना, कब्ज, या दस्त जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।
📌 नाभि सरकने के प्रमुख लक्षण
- पेट के निचले हिस्से में मरोड़ या खिंचाव
- भूख का अचानक कम हो जाना
- कब्ज या बार-बार दस्त लगना
- गैस बनना, पेट फूलना
- पेट दबाने पर दर्द महसूस होना
🧪 कारण क्या हो सकते हैं?
- भारी वजन अचानक उठाना
- गिरना या फिसल जाना
- भावनात्मक तनाव या चिंता
- पेट पर अचानक दबाव पड़ना
🌿 देसी इलाज: बिना दवा, शुद्ध घरेलू उपाय
1. बेल का पत्ता और अजवायन से इलाज
बेल के 5-6 ताजे पत्तों को पीसकर उसमें आधा चम्मच अजवायन और थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाएं। इसे सूती कपड़े पर रखकर नाभि के ऊपर बांध दें। 15-20 मिनट बाद कपड़ा हटा लें।
2. नाभि पुनर्स्थापन (Naabhi Set Karna)
अनुभवी हकीम या वैद्य के द्वारा पेट को हल्के हाथों से दबाकर नाभि को उसकी सही जगह पर लाया जाता है। यह बहुत पुरानी लोक चिकित्सा पद्धति है।
3. हींग पानी से सिंकाई
हींग को गुनगुने पानी में घोलकर एक कपड़े से नाभि के आसपास हल्के हाथों से सेंकें। इससे गैस और खिंचाव में राहत मिलती है।
4. त्रिफला चूर्ण का सेवन
रोज रात को 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से पाचन ठीक होता है और नाभि सरकने की संभावना कम होती है।
🌱 कौन-सी जड़ी-बूटियाँ असरदार हैं?
- हिंग (Asafoetida): पेट की गैस और मरोड़ में लाभकारी
- अजवायन: पाचन शक्ति बढ़ाता है और गैस को कम करता है
- त्रिफला: आँतों की सफाई और पेट को संतुलित करता है
- बेल पत्ता: पेट के स्नायु तंत्र को मजबूत करता है
⚠️ सावधानियाँ
- बिना अनुभव के स्वयं नाभि को हाथ से ठीक न करें
- अगर दर्द ज्यादा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- भारी वजन उठाने से बचें
- पेट की एक्सरसाइज़ को वैद्य के निर्देश से करें
❓FAQs - अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या नाभि खिसकना कोई गंभीर समस्या है?
हां, अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह पेट की कई समस्याओं को जन्म दे सकता है।
Q2. क्या ये सिर्फ महिलाओं में होता है?
नहीं, यह पुरुषों और बच्चों में भी हो सकता है।
Q3. क्या यह आयुर्वेद में मान्यता प्राप्त है?
जी हां, आयुर्वेद और लोक चिकित्सा में इसका जिक्र है, जहां इसे 'Naabhi Dosh' कहा गया है।
Q4. इसका इलाज कितने दिन में हो जाता है?
देसी इलाज से 1 से 3 दिनों में राहत मिल सकती है, लेकिन कारण को समझकर ही स्थायी समाधान होता है।
📢 निष्कर्ष (Conclusion)
नाभि सरकना एक ऐसा रोग है जिसे आधुनिक चिकित्सा में गंभीरता से नहीं लिया जाता, लेकिन देसी ज्ञान और परंपरा में इसे ध्यानपूर्वक पहचाना और ठीक किया जाता है। अगर समय पर सही तरीका अपनाया जाए तो बिना किसी दवा के केवल घरेलू उपायों से इसे ठीक किया जा सकता है।
तो अगर आपको बार-बार पेट दर्द, भूख न लगना, या गैस की समस्या हो रही है — तो एक बार नाभि सरकने की जांच ज़रूर कराएं।
लेख: स्वास्थ्य तंत्र | | केवल आपके ब्लॉग के लिए तैयार किया गया
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